हैलो दोस्तो आज हम इस पोस्ट में Optical Disk के बारे में पढ़ने वाले है तो आप पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े।
ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव क्या है? ऑप्टिकल डिस्क में मेटल की बँधी एक परत के साथ एक लेपित रोटेटिंग डिस्क होता है , जो परावर्तक सतह और लेजर किरणो को प्रदान करता है , जिसका उपयोग डिस्क पर डाटा को रिकॉर्ड करने के लिए रीड/राइट हेड के रूप में किया जाता है.
ऑप्टिकल परत में सर्पीला आकर का एक लम्बा ट्रैक होता है , ट्रैक का सर्पीला आकार क्रमबद्ध जानकारी के विशाल ब्लॉक को पढ़ने के लिए एक ऑप्टिकल डिस्क को तैयार करता है.
अभी तक मैंने आपको जो बताया यह ऑप्टिकल डिस्क के बारे में बस 0. 1% जानकारी थी , जो आपको शरुआत में देनी जरुरी थी. अब हम विस्तार से समझेंगे की ऑप्टिकल डिस्क क्या है ,ऑप्टिकल डिस्क के कितने प्रकार होते है , इसके फायदे और नुकसान क्या है?
Optical Disk क्या है (What is Optical Disk in Hindi)
एक ऑप्टिकल डिस्क इलेक्ट्रॉनिक डाटा को स्टोर करने का एक साधन है , जिसे ऑप्टिकल स्टोरेज,ऑप्टिकल मीडिया, ऑप्टिकल डिस्क, ऑप्टिकल डिस्क ड्राइव के नाम से भी जाना जाता है, जो डाटा को पढ़ने और लिखने के लिए ऑप्टिकल स्टोरेज तकनीकों और प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है.
ऑप्टिकल डिस्क , जिसे सेकंडरी डिवाइस और पोर्टेबल के रूप में भी यूज़ किया जाता है , इसे 1960 के दशक के अंत में James T. Russel ने बनाया था. उस समय ऑप्टिकल डिस्क डाटा को micron-sized light और dark dots के रूप में स्टोर करता था.
एक ऑप्टिकल डिस्क अधिक डाटा को स्टोर करती है और पिछले जनरेशन के मेगनेटिक स्टोरेज मीडियम की तुलना में लम्बे उम्र वाली होती है. CD और DVD को पढ़ने के लिए कंप्यूटर CD राइटर और DVD राइटर का उपयोग करता है , Blu-ray डिस्क को पढ़ने और लिखने के लिए कंप्यूटर को Blu-ray ड्राइव की जरुरत पड़ती है. CD, DVD, और Blu-ray ऑप्टिकल मीडिया में मुख्य प्रकार है , जो अधिकतर उपयोग किये जाते है.
ऑप्टिकल मीडिया के नए जनरेशन के साथ , डाटा को स्टोर करने की स्टोरेज छमता को बढ़ाया जा रहा है. आज के समय में CD में 700 MB तक डाटा को स्टोर करके रखने की छमता होती है , जबकि DVD में 8.4 GB तक डाटा को स्टोर करने की छमता होती है. इसी तरह ही एक Blu-ray डिस्क में 50 GB तक डाटा को स्टोर करने की छमता होती है.
इस बात पर ध्यान देने की जरुरत है की एक CD ड्राइव केवल CD को पढ़ सकता है , जबकि एक DVD ड्राइव CD और DVD दोनों को पढ़ सकता है. इसे आगे बढ़कर , एक Blu-ray ड्राइव CD ,DVD और Blu-ray ड्राइव को आसानी से पढ़ सकता है. इसे बताने के पीछे मेरा यह मकसद यह था की आपको यह जानकरी दे सकू की पुराने ड्राइव नए ऑप्टिकल डिस्क को नहि पढ़ सकते , लेकिन नए ड्राइव पुराने ऑप्टिकल डिस्क को आसानी से पढ़ सकते है.
ऑप्टिकल डिस्क का इतिहास (History of Optical Disc in Hindi)
Hard Medium पर लाइट के द्वारा डेटा स्टोर करने की पहली तकनीकी का आविष्कार James T. Russell ने 1960 दशक के अंत में किया था. Russell की प्रारंभिक संरचना वर्तमान समय के ऑप्टिकल डिस्क से मिलती – जुलती थी.
1970 के दशक में Russell ने अपने डिजाईन को Refine करना जारी रखा. यही से CD की शुरुवात होने लगी.
1982 में फिलिप्स और सोनी ने मिलकर पहला Commercial CD Player को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया. इसके बाद CD को लोकप्रियता हासिल होने लगी.
ऑप्टिकल डिस्क में हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) या Solid State Drive (SSD) की तुलना में स्टोरेज क्षमता बहुत कम होती है, हालाँकि इसमें स्टोरेज क्षमता को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं.
ऑप्टिकल डिस्क में डेटा स्टोर कैसे होता है
ऑप्टिकल स्टोरेज, इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज माध्यम जो डिजिटल (बाइनरी) डेटा को रिकॉर्ड करने और पुनर्प्राप्त करने के लिए कम-शक्ति वाले लेजर बीम का उपयोग करता है. ऑप्टिकल-स्टोरेज तकनीक में, एक लेजर बीम एक ऑप्टिकल, या लेजर, डिस्क पर डिजिटल डेटा को डिस्क की सतह पर एक Spiral Track में व्यवस्थित छोटे गड्ढों (Pits) के रूप में एन्कोड करता है.
ऑप्टिकल डिस्क के प्रकार (Type of Optical Disk in Hindi)
ऑप्टिकल डिस्क अनेक प्रकार के होते हैं जिनमें से हम आपको चार मुख्य प्रकार के ऑप्टिकल डिस्क के बारे में इस पोस्ट में बताएँगे।
- कॉम्पैक्ट डिस्क (Compact Disc) (CD)
- डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क (Digital Versatile Disc) (DVD)
- ब्लू रे डिस्क (Blu – Ray Disc) (BRD)
- Rewritable Drives (RW)
1. Compact Disc (CD)
Compact Disc एक ऑप्टिकल डिस्क होता है जिसमें डेटा को Permanently Store किया जाता है. CD एक ऑप्टिकल ROM है, इसमें डेटा पहले से ही निर्माता कंपनियों के द्वारा स्टोर कर दिया जाता है, और यूजर CD में स्टोर डेटा को केवल Read कर सकते हैं. CD में डेटा को Read करने के लिए लेज़र लाइट का इस्तेमाल किया जाता है.
CD-Rom डिवाइस ISO 9660 में encoded डाटा कॉम्पैक्ट डिस्क फाइलिंग सिस्टम डिस्क को पॉप्युलेट करता है. ध्वनि को कम करने के लिए और स्थिरता को बनाये रखने के लिए , कंप्यूटर में अधिकतर CD-Rom ड्राइव धीमी स्पीड से चलते है और यदि इसे कोई गलती प्राप्त होती है तो यह तेज हो जाते है
CD की स्टोरेज क्षमता लगभग 700 MB होती है जी Floppy डिस्क की तुलना में बहुत अधिक और DVD तथा Blue Ray Disc की तुलना में कम होती है.
2. Digital Versatile Disc (DVD)
DVD जिसका कि पूरा नाम Digital Versatile Disc होता है. DVD की स्टोरेज क्षमता CD की तुलना में अधिक होती है. DVD की स्टोरेज क्षमता 4.7GB, 8.5GB और 20 GB तक हो सकती है.
DVD की स्टोरेज कैपेसिटी इसके Layer पर निर्भर करती है. DVD की लेयर Single, Double, Single Side या Double Side हो सकती है. DVD में भी CD की भांति ही डेटा स्टोर करने के लिए लेज़र लाइट का इस्तेमाल किया जाता है. इसके हर लेयर में डेटा को स्टोर किया जाता है. CD की स्टोरेज क्षमता बहुत कम थी इसी के लिए DVD की जरुरत पड़ी.
3. Blue – Ray Disc (BRD)
Blue Ray Disc एक प्रकार की Optical Disc है जिसमें हम बड़े आकार के डेटा को भी स्टोर कर सकते हैं. आजकल Blue Ray Disc का इस्तेमाल व्यापक रूप से Secondary Memory के लिए किया जाता है. DVD की भांति ही Blue Ray Disc में डेटा को लेयर में स्टोर किया जाता है. लेकिन DVD की एक लेयर में 4.7 GB डेटा को स्टोर किया जा सकता है लेकिन Blue Ray Disc की एक लेयर में 25 GB डेटा को स्टोर किया जा सकता है. Blue Ray Disc का इस्तेमाल HD विडियो को स्टोर करने के लिए किया जाता है.
4. Rewritable Drives (RW)
RW Drives का पूरा नाम rewritable ड्राइव होता है , जो Blu-ray drives, DVD-ROM, and CD-ROM का प्रकार है. इसमें केवल पड़ने के लिए काउंटर पार्ट्स की सभी कार्य क्षमता उपलब्ध होती है. इसमें पढ़ने के गति की तुलना में स्थिरता बनाये रखने के लिए लिखने की गति धीमी होती है
ऑप्टिकल डिस्क के लाभ (Advantages of Optical Disk in Hindi)
ऑप्टिकल डिस्क के लाभ निम्नलिखित पांच हैं।
- Cost
- Durability
- Simplicity
- Portability
- Stability
1. Cost
ऑप्टिकल डिस्क का निर्माण प्लास्टिक और एल्युमीनियम फॉयल का उपयोग करके किया जाता है, जिसके कारण इनके निर्माण में ज्यादा पैसे खर्च नहीं होते है. अगर कोई यूजर इन ऑप्टिकल डिस्क को थोक के भाव में लेता है , तो उसे अधिक लाभ होगा।
2. Durability
ऑप्टिकल डिस्क एक टिकाऊ स्टोरेज डिवाइस है जो Volatile और Non-Volatile दोनों ही तरह के Memory की तुलना में काफी लम्बे समय तक चलता है।
इसमें पावर आपूर्ति बंद हो जाने पर डेटा नष्ट होने का खतरा नहीं रहता इसलिए यह कई सालो तक चलता है।
हालाँकि ऑप्टिकल डिस्क हीट, खरोच, और दूसरे फिजिकल डैमेज से पूरी तरह प्रोटेक्टेड नहीं होता जिसकी वजह से ये कभी कभी जल्दी ख़राब हो जाते है।
3. Simplicity
ऑप्टिकल डिस्क का उपयोग करने के मदत से डाटा का बैकअप लेना काफी आसान होता है. डाटा ड्राइव आइकॉन के अंदर होता है जिसे बर्न करना जरुरी होता है.यूजर केवल बर्न डिस्क पर क्लिक करता है और डाटा का बैकअप लेता है
4. Portability
Optical disks एक पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस है इसे बड़े ही आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाया जा सकता है और किसी भी कंप्यूटर डिवाइस में उपयोग किया जा सकता है।
हालंकि ये साइज में थोड़ी बड़ी होती है मगर फिर भी इसे बैग या थैले में रखकर आसानी से कही भी ले जाया जा सकता है।
5. Stability
Optical disks एक highly stable स्टोरेज डिवाइस है क्योकि यह मैग्नेटिक डिस्क के विपरीत किसी भी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के प्रभावों से मुक्त होता है।
ऑप्टिकल डिस्क के नुकसान (Disvantages of Optical Disk in Hindi)
ऑप्टिकल डिस्क के नुकसान निम्न लिखित पांच हैं
- Security
- Reliability
- Capacity
- Duplication
- User Friendliness
1.Security
अगर आप बैकअप लेने के लिए ऑप्टिकल डिस्क का उपयोग कर रहे है , तो आपको यह सुनिश्चित करना है की आपका ऑप्टिकल ड्राइव सुरछित है. क्यूंकि अगर कोई आपके ऑप्टिकल डिस्क को चोरी करने में सफल हो जाता है , तो आपकी अधिक हानि हो जाएगी। ऑप्टिकल डिस्क के आकार के कारण इसे खोने की संभावना होती है.
2.Reliability
किसी भी प्लास्टिक के झलार ऑप्टिकल डिस्क को नुकसान पंहुचा सकते है. इसलिए ,ये डिस्क को unreadable बनाते है , क्यूंकि ये डिस्क को scratch करने के लिए इच्छुक होते है. ऑप्टिकल डिस्क पर स्टोर डाटा को रिकवर नहीं किया जा सकता है.
3.Capacity
अन्य स्टोरेज डिवाइस की तुलना में , ऑप्टिकल डिस्क की लागत प्रति GB/TB अधिक होती है. किसी अन्य स्टोरेज कैपिसिटी की तुलना में इश्कि कैपिसिटी कम होती है. गर हम Blu-ray डिस्क को छोड़ दे तो , ऑप्टिकल डिस्क की अधिक से अधिक क्षमता 4.7 GB होती है.
4.Duplication
USB flash drive की तरह, ऑप्टिकल ड्राइव का उपयोग करके आपको डुप्लीकेट कॉपी बनाने में काफी मुश्किल हो सकती है। बर्निंग की प्रक्रिया के लिए एक अलग सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की जरुरत पड़ती है.
5.User Friendliness
अगर आप बैकअप के लिए इसे देखते है तो यह सही नहीं है, लेकिन इसकी निर्माण लगत बहुत कम है. नेटवर्किंग और ऑनलाइन बैकअप लेने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मात्रा होना जरुरी है. यदि किसी ऑप्टिकल ड्राइव का उपयोग ज्यादा हो रहा है , तो उसे रिप्लेस करने की जरुरत होती है
ऑप्टिकल ड्राइव के उपयोग (Use of Optical Drive in Hindi)
- ऑप्टिकल ड्राइव या ऑप्टिकल मीडिया का उपयोग विभिन्न डिवाइस या डाटा को एक जगह से दूसरी जगह पर भेजने के लिए किया जाता है.
- ऑप्टिकल मीडिया का उपयोग सॉफ्टवेयर को एक जगह से दूसरे जगह तक पहुंचाने के लिए किया जाता है.
- ऑप्टिकल मीडिया यूजर को डाटा को बड़ी मात्रा में स्टोर करके रखने की अनुमति प्रदान करते है.
- ऑप्टिकल मीडिया का उपयोग लोकल मशीन से बैकअप लेने के लिए भी किया जाता है।
आशा करते है की Optical Disk की पोस्ट आपने पूरी जरूर पढ़ी होगी पोस्ट पसंद आई हो तो दोस्तो के साथ भी शेयर करे।
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