नमस्कार दोस्तों आज की पोस्ट में हम Output Device की समस्त जानकारी पढ़ने वाले हैं तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़िए।
पिछली पोस्ट में हमने Computer Keyboard all Shortcuts keys की जानकारी शेयर की थी तो उस आर्टिकल को भी पढ़े।
चलिए आज हम Output Device की जानकारी को पढ़ते और समझते हैं।
Output Device क्या हैं
output device वो डिवाइस होती है जो कंप्यूटर के इनपुट डिवाइस द्वारा दिए गये निर्देशों को प्रोसेसिंग होने के बाद जिस डिवाइस में उसका परिणाम हार्डकापी के रूप में पिंट या सॉफ्ट कॉपी (मॉनिटर) दिखता और प्रदान करता है वह आउटपुट डिवाइस कहलाता है।
कंप्यूटर में निम्नलिखित प्रकार के आउटपुट डिवाइसेस है जैसे :-
1. मॉनिटर (Monitor)
2. प्रिंटर (Printer)
3. प्लॉटर (Plotter)
4. मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर(Multimedia Projector)
5. स्पीच सिंथेसिज़ेर्स (Speech Synthesizers)
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर के अलग-अलग महत्वपूर्ण कामाें को करने में मदद करता है इसलिए इसे कंप्यूटर सिस्टम के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में जाना जाता है।
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर आप सिंग्नल् प्राप्त करके अपडेट होते हैं और उस सिग्नल का उपयोग अलग-अलग रूपों में आउटपुट प्रदान करने के लिए करते हैं।
आप आउटपुट डिवाइस के कार्य को नीचे दिए गए Process के द्वारा समझ सकते है।
जब हम कीबोर्ड पर कोई भी एक बटन दबाते हैं तो वह computer को एक Signal भेजता है।
Computer आगे इनपुट को Process करता है और मॉनिटर को signal भेजता है।
तब मॉनिटर स्क्रीन पर प्रदान भेज देता है।
ऊपर दिए गए Process से आप समझ गए होंगे कि Computer में आउटपुट डिवाइस का क्या काम होता है।
यदि कंप्यूटर में कोई आउटपुट डिवाइस नहीं जुड़ा हो तब भी हम कीबोर्ड पर बटन दबा सकते हैं और computer इसे प्रोसेस भी कर पाएगा।
लेकिन हम यह देख नहीं पाएंगे कि हमने कौन सा बटन दबाया है। क्योंकि आउटपुट देने के लिए कंप्यूटर में आउटपुट डिवाइस होना अनिवार्य हैं।
Output दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है Out का मतलब होता है बाहर और Put का मतलब होता है रखना।
मतलब कि कंप्यूटर को दिए गए निर्देशों के आधार पर यह Data को Process करके बाहर दिखाती है।
Ex – Monitor, Speaker, Printer Etc.
जैसे कि आप कंप्यूटर में कोई Video, Movie देखते हो, गाने सुनते हैं, किसी Document का Printout निकलते हो यह सब Output Device के द्वारा किया जाता है।
आउटपुट डिवाइस क्या है
जिसका कार्य कम्प्यूटर से Output प्राप्त करना होता है। कम्प्यूटर हार्ड वेयर के बाहरी भाग जिसे आसानी से देख सकते है।
वो या तो Input Device होंते हैं या आउटपुट डिवाइस होते हैं। क्योकि Computer खुद से कार्य नहीं कर सकता है। इससे कुछ करवाने के लिए इसे निर्देश देना होता है।
जिसके लिए Input Device उपयोग किया जाता है। अर्थात Input Device का कार्य Computer को निर्देश देना होता है। वहीं आउटपुट डिवाइस का कार्य उस निर्देश का परिणाम दिखाना या बताना होता है। क्योकि
जब Computer को कोई निर्देश या आदेश दिया जाता है। तब उस निर्देश या आदेश को Computer के Central Processing Unit के द्वारा Process किया जाता है।
जिसके पश्चात उस निर्देश या आदेश का परिणाम Computer के आउटपुट डिवाइस को दे दिया जाता है। इस प्रकार Computer से Output प्राप्त होता है और आउटपुट डिवाइस उस परिणाम को दिखाने या बताने का कार्य करता है।
आउटपुट डिवाइस की परिभाषा
Computer का वह Device जिसके द्वारा Computer से परिणाम की प्राप्ति होती है। ऐसे Device को Computer का Output Device कहते हैं।
अर्थात Computer जिस Device के द्वारा परिणाम दिखाता है। वह Device Output Device कहलाता है। निम्नलिखित तीन डिवाइस हैं।
जैसे :-
1. Monitor
2. Printer
3. Speaker
यानी आउटपुट डिवाइस ही वो Device है। जिसकी सहायता से परिणाम प्राप्त होता है। बिना आउटपुट डिवाइस के Computer से Output प्राप्त करना संभव नहीं है।
इसके बिना यह तक पता नहीं कर सकते हैं कि Computer ने क्या परिणाम दिया या फिर Computer में क्या चल रहा है।
अर्थात बिना Output Device के भी Computer कार्य करता है। सिर्फ परिणाम नहीं दिखाता है। जैसे; जब आप Computer में Calculation करते हैं। तब क्या उस Calculation का परिणाम Monitor के बिना देख सकते हैं।
नहीं, इसी तरह Computer में बहुत तरह के आउटपुट डिवाइस मौजूद होता है। जिसका कार्य अलग अलग प्रकार से Output देना होता है।
जैसे Printer भी एक आउटपुट डिवाइस है और इसकी सहायता से Output Hard Copy के रुप में प्राप्त होता है।
Speaker की सहायता से Output Sound के रुप में प्राप्त होता है। इसी तरह बहुत सारे Output प्रदान करने वाले Device है। नीचे आप Output प्रदान करने वाली आउटपुट डिवाइस के उदाहरण पढेगे।
Output Device के उदाहरण
क्या आप जानते हैं कि Output Device कौन कौन से हैं। क्योंकि यहाँ हमने Output Device के उदाहरण बताया है।
प्रत्येक Output Device का एक ही कार्य होता है और वो है Output देना। लेकिन प्रत्येक Output Device का Output प्रदान करने का तरीका, माध्यम और रुप अलग अलग हो सकता है।
इसे जानने के लिए नीचे दिए गए 10 उदाहरण जैसे :-
- Monitor (मॉनिटर)
- Speaker (स्पीकर)
- Printer (प्रिंटर)
- Projector (प्रोजेक्टर)
- Plotter (प्लॉटर)
- Headphones (हैडफ़ोन)
- Touchscreen (टच स्क्रीन)
- GPS (जीपीएस)
- Sound Card (साउंड कार्ड)
- Video Card (वीडियो कार्ड)
1. Monitor (मॉनिटर)
Monitor कंप्यूटर का Primary Output Device होता है इसके बिना कंप्यूटर में कुछ भी काम करना लगभग असंभव है. क्योकि बिना मॉनिटर के हमें पता नहीं चलेगा कि कंप्यूटर में क्या चल रहा है।
Monitor को VDU (Visual Display Unit ) भी कहते हैं. क्योकि इसका उपयोग Output को Display करने के लिए किया जाता है. Monitor में Output Result Image, Text और Video के रूप में हो सकते हैं।
TV की तरह दिखाई देने वाला यह Electronic Device परिणामों को Softcopy के रूप में दिखाता है. यह एक बहुत ही Powerful और कंप्यूटर का महत्वपूर्ण Output Device है।
बहुत सरे लोग मॉनिटर को ही कंप्यूटर समझते हैं पर कंप्यूटर और मॉनिटर दोनों अलग – अलग हैं। मॉनिटर कंप्यूटर का केवल एक भाग है जबकि कंप्यूटर पूरा System होता है।
Monitor के कुछ अन्य नाम
मॉनिटर को अन्य बहुत नामों से जाना जाता है जैसे – Screen, Video Display, Video Display Unit, Video Display Terminal, Visual Display Unit Etc.
Monitor के प्रकार
Display के आधार पर Monitor चार प्रकार के होते हैं –
(i). CRT Monitor (Cathode Ray Tube)
Cathode Ray Tube आकार में बड़े और वजनी मॉनिटर होते हैं. आधुनिक समय में इस प्रकार के मॉनिटर का बहुत कम इस्तेमाल होता है ये मॉनिटर टेलीविज़न के लिए बनाये गए थे।
(ii). FPD Monitor (Flat Panel Display)
Flat Panel Display वजन में हल्के होते हैं. आजकल इस प्रकार के मॉनिटर का बहुत अधिक मात्र में इस्तेमाल किया जाता है लगभग सभी जगह यह पाए जाते हैं. यह एक पतली स्क्रीन होती है।
इसका उपयोग Display, Laptop आदि में किया जाता है. LCD और LED इसका उदहारण हैं।
2. Speaker (स्पीकर)
Speaker एक Output डिवाइस है जो Electronic Signal को Sound में Convert करता है. Speaker की मदद से हम कंप्यूटर में ध्वनी को सुन सकते हैं।
कंप्यूटर में एक Component होता है जिसे Sound Card कहते हैं जिसकी मदद से Computer में ध्वनि पैदा होती है।
Speaker इन्हीं Sound Card से निकलने वाली ध्वनि को Loudly Produce करते हैं. किसी – किसी कंप्यूटर में स्पीकर पहले से ही लगा होता है और किसीमें स्पीकर को बहार से लगाना होता है।
Speaker में एप्लीफायर लगे होते हैं जब स्पीकर कंप्यूटर से निर्देश प्राप्त करते हैं तो एप्लीफायर विभिन्न आवर्ती पर कम्पन्न करने लगते हैं जिससे ध्वनि उत्पन्न होती है।
Speaker के प्रकार
Speaker के दो प्रकार होते है.
(i). Passive Speaker
इसमें कोई Internal एप्लीफायर नहीं होता है एक वायर का उपयोग करके इस स्पीकर को एप्लीफायर के साथ जोड़ा जाता है।
(ii). Powered Speaker
इस प्रकार के Speaker में Internal एप्लीफायर पहले से ही लगा होता है।
3. Printer (प्रिंटर)
Printer एक External Output Device है जो Monitor में Display होने वाली Softcopy को Hardcopy में बदलकर परिणाम को हमें Provide कराता है. उसे हम प्रिंटर कहते हैं।
Computer में किसी भी Document का प्रिंटआउट निकालने के लिए Printer का इस्तेमाल किया जाता है Printer के बिना भी हम कंप्यूटर में काम कर सकते हैं।
Printer के प्रकार
Printer के उपयोग करने की विधि के आधार पर इसे दो भागों में बांटा गया है.
(i). Impact Printer
इस प्रकार के Printer अक्षरों को कागज़ पर छापने के लिए स्याही भरी रिबन को कागज पर मारते हैं।
सामान्य प्रिंटर की अपेक्षा में यह बहुत तेज आवाज करते हैं. इनका प्रयोग अक्सर ऐसे व्यवसायों में किया जाता है जहाँ Multi Part Print करना होता है. इन Printer की Quality Low होती है।
Impact Printer उदाहरण हैं – Dot Matrix Printer, Chain Printer, Line Printer Etc.
(ii). Non Impact Printer
इस प्रकार के Printer अक्षरों को कागज पर छपने के लिए स्याही भरी रिबन को कागज पर नहीं मारते हैं।
इसलिए इन्हें Non Impact Printer कहते हैं। यह Printer Smooth तरीके से काम करते हैं. इससे High Quality की Printing होती है।
Non Impact Printer के उदाहरण हैं :- Laser Printer, Inkjet Printer, Photo Printer Etc.
4. Projector (प्रोजेक्टर)
Projector का इस्तेमाल कंप्यूटर पर चल रहे काम को किसी बड़े परदे या किसी प्लेन सतह पर दिखाने के लिए किया जाता है।
प्रोजेक्टर एक Light जिसे प्रोजेक्ट करना होता है उसको किसी बड़े पर्दे या दीवार पर भेजता है जिससे उस बड़े पर्दे पर कंप्यूटर में चल रही गतिविधियाँ दिखती हैं।
Projector का इस्तेमाल करने लिए Surface को बड़ा, सीधा और सफ़ेद रंग का होना जरुरी है, तभी Surface में Clear दिखाई देगा।
Projector का इस्तेमाल अक्सर उन जगह होता है जहाँ एक बड़े समूह के लोगों को कोई Video, Image या अन्य कोई Content दिखाना होता है।
अधिकतर Business Meeting, Training, Movie Hall, Classroom में प्रोजेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
5. Plotter (प्लॉटर)
Plotter, प्रिंटर की भांति कार्य करने वाला एक आउटपुट डिवाइस होता है. लेकिन यह प्रिंटर से अलग होता है Plotter की मदद से किसी बड़े कागज पर High Quality की Graphic प्राप्त की जा सकती है।
Plotter में एक Multicolor Pen होती है जिसकी मदद से Plotter कंप्यूटर के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार कागज पर रेखाचित्र Draw करते हैं।
Plotter के द्वारा ग्राफ, चार्ट, मैप, बैनर, पोस्टर आदि बनाये जा सकते हैं. Plotter का इस्तेमाल Map बनाने, Building बनाने, सर्किट डाईग्राम आदि बनाने में किया जाता है।
6. Headphone (हैडफ़ोन)
Headphone के बारे में तो आप सभी को पता होगा। Headphone एक Output Device है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर की ध्वनि को सुनने के लिए किया जाता है।
इसे सर पर बेल्ट की तरह बाँधा जाता है और इसके दोनों स्पीकर पहनने वाले के कानों के ऊपर आ जाते हैं ताकि आवाज अच्छे से सुन सके Headphone की ध्वनि को केवल वही इंसान सुन सकता है जो इसे इस्तेमाल करता है वही अच्छे से सुन सकता है।
इसका प्रयोग Call Center, कमेंटेटर आदि जगह किया जाता है. किसी Headphone में Mike भी लगा होता है जिसके द्वारा कॉल पर बात की जा सकती है. किसी- किसी में माइक नहीं लगा होता है उसे ओन्ली सुन सकते हैं।
7. Touchscreen (टच स्क्रीन)
Touch Screen एक कंप्यूटर डिस्प्ले स्क्रीन होता है जो एक Input Device के रूप में काम करता है। जब टच स्क्रीन को किसी उंगली या Stylus Pen द्वारा टच किआ जाता है, तो यह उस गतिविधियां को इनपुट लेता है और इसे प्रोसेसिंग करने के लिए कंट्रोलर को भेजता है। उसे हम टचउसे हम टचस्क्रीन कहते हैं जो आसानी से काम हो जाए।
8. GPS (जीपीएस)
ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस), जिसे मूल रूप से Navstar GPS के रूप में जाना जाता है, एक उपग्रह-आधारित रेडियो नेविगेशन प्रणाली है जो संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार के स्वामित्व में है और संयुक्त राज्य अंतरिक्ष बल द्वारा इसे संचालित किआ जाता है।
इसका भूमि, समुद्र और वायु में सटीक लोकेशन, समय और वेग पता लगाने के लिए उपयोग किया जाता है। जीपीएस किसी भी प्रकार के मौसम की स्थिति में काम करता है। इसे हम जीपीएस कहते हैं
9. Sound Card (साउंड कार्ड )
एक आउटपुट डिवाइस है जो कंप्यूटर में ऑडियो प्राप्त करने और भेजने के लिए मदरबोर्ड में स्थापित किआ जाता है।
यह एक Expansion Slot का घटक है। जब साउंड कार्ड मदरबोर्ड में स्थापित और कॉन्फ़िगर किए जाते हैं और एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन और एक डिवाइस ड्राइवर की मदद से साउंड कार्ड हमे ऑडियो आउटपुट देते हैं।
10. Video Card (वीडियो कार्ड)
एक वीडियो कार्ड एक जिसे हम Graphics card, Display card, Graphics adapter, GPU, VGA card, VGA ,Video adapter, Video controller या Display adapter भी कहा जाता है।
यह एक Expansion card है जो कंप्यूटर में डिस्प्ले डिवाइस जैसे की मॉनिटर या प्रोजेक्टर पर आउटपुट इमेज की फीड को जेनरेट करता है। यह कंप्यूटर के मदरबोर्ड में Expansion Slot में कनेक्ट होता है।
Output Device के कार्य
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर के अलग-अलग आवश्यक कामाें को करने में मदद करता है इसलिए इसे कंप्यूटर सिस्टम के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में माना जाता है।
आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से Signal प्राप्त करके अपडेट होते हैं और उस Signal का उपयोग अलग-अलग रूपों में आउटपुट प्रदान करने के लिए करते हैं।
जब हम कीबोर्ड पर कोई भी एक बटन दबाते हैं तो वह कंप्यूटर को एक Signal भेजता है।
कंप्यूटर आगे इनपुट को Process करता है और मॉनिटर को सिग्नल भेजता है।
तब मॉनिटर स्क्रीन पर आउटपुट देता है।
ऊपर दिए गए Process से आप समझ गए होंगे कि Computer में आउटपुट डिवाइस का क्या काम होता है।
यदि कंप्यूटर में कोई आउटपुट डिवाइस नहीं जुड़ा हो तब भी हम कीबोर्ड पर बटन दबा पाएंगे और कंप्यूटर इसे प्रोसेस भी कर पाएगा। लेकिन हम यह देख नहीं पाएंगे कि हमने कौन सा बटन दबाया है। क्योंकि आउटपुट देने के लिए कंप्यूटर में आउटपुट डिवाइस होना जरूरी है।
Output Device के प्रकार
Output device के दो प्रकार होते है।
1. Soft Copy Output Device
Soft Copy Output Device से Output Digital रुप में प्राप्त होता है। जिसे Soft Copy कहते हैं। Soft Copy के रुप में Output प्राप्त करने के लिए उचित Computer Device और Software की आवश्यकता होती है।
इससे प्राप्त Output अस्थायी रूप से होता है। जिसे छू या महसूस नहीं कर सकते हैं। जैसे; Monitor और Speaker Soft Copy Output Device का सबसे अच्छा उदाहरण है।
2. Hard Copy Output Device
Hard Copy Output Device से Output Paper रुप में प्राप्त होता है। जिसे Hard Copy कहते हैं। Hardware Copy को छू भी सकते हैं।
देख भी सकते हैं और महसूस भी कर सकते हैं। इससे प्राप्त Output अस्थायी होता है। जैसे; Printer Hard Copy Output Device का सबसे अच्छा उदाहरण है।
Output Device के नाम
ऊपर आपने Output Device प्रकार और Output Device के उदाहरण भी समझ लिया है। यहाँ आप Output Device को विस्तार से जानेंगे।
1. Monitor
मॉनिटर एक महत्वपूर्ण आउटपुट डिवाइस है। इसे विजुअल डिस्प्ले यूनिट भी कहते है। यह चित्रात्मक रुप से कंप्यूटर के परिणाम को दिखाता है।
यह दिखने में बिलकुल टी.वी की तरह ही होता है। मॉनिटर पर कंप्यूटर के आउटपुट को सॉफ्ट कॉपी में दिखाता है।
2. Printer
प्रिंटर भी एक आउटपुट डिवाइस है। इसका प्रयोग कंप्यूटर की जानकारी को कागज पर छापना है। कागज पर छपे हुए कॉपी को हार्ड कॉपी कहते हैं। अर्थात प्रिंटर कंप्यूटर के सॉफ्ट कॉपी को हार्ड कॉपी में बदलता है।
3. Speaker
स्पीकर एक ध्वनि विस्तारक आउटपुट डिवाइस है। यह वैधुत संकेतो को ध्वनि में प्रवर्तित कर देता है। इसका प्रयोग वीडियो देखने गेम खेलने और गाना सुनने के लिए किया जाता है
4. Plotter
आपने पोस्टर या बैनर आदि को जरूर देखा होगा। प्लॉटर के द्वारा ही पोस्टर या बैनर बनाया जाता है। यह एक आउटपुट डिवाइस है और यह चित्र, चार्ट, ग्राफ इत्यादि को हार्ड कॉपी पर प्रिंट करने में सक्षम होता है।
5. Projector
प्रोजेक्टर भी एक आउटपुट डिवाइस है। प्रोजेक्टर के द्वारा किसी प्रकार के चित्र या विडियो को प्रोजेक्शन स्क्रीन पर दिखाया जाता है। इसका प्रयोग मॉनिटर या एक टी.वी के रुप में होता है।
उम्मीद हैं आपको Output Device की जानकारी पसंद आयी होगी।
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