Register Memory क्या हैं और इसके प्रकार

हैलो दोस्तो आज के पोस्ट में हम जानेंगे Register Memory क्या हैं?

Register computer के प्रोसेसर का एक भाग होता है जिनका कार्य तेजी के साथ प्रोसेसर को data उपलब्ध कराना होता है। Register उन data या निर्देशों को रखता है जिस पर तुरंत कार्य करना होता है। क्योकि

Register Memory एक समय मे किसी डाटा के केवल एक भाग की ही रखता है। इसमें डाटा का transfer और प्राथमिक storage में डाटा in या out एक high speed operation के साथ होता है। वास्तव में रजिस्टर का आकार और रजिस्टर की संख्या कंप्यूटर की speed को निर्धारित करने में मदद करता है। इसे हम जानेगे कि कितने भागो मे होता है।

1. रजिस्टर मेमोरी क्या है? (What is Register Memory In Hindi)

2. विभिन्न प्रकार के मेमोरी रजिस्टर (Different types of Memory Register In Hindi)

3. हमें रजिस्टर मेमोरी की आवश्यकता क्यों है (Why We Need Register Memory )

4. रजिस्टर मेमोरी के लाभ (Advantages of Register Memory In Hindi)

5. रजिस्टर मेमोरी के नुकसान (Disadvantages of Register Memory In Hindi)

6. रजिस्टर के क्या कार्य होते है (Functions of Registers)

7. Register और Memory में क्या अंतर 

रजिस्टर मेमोरी क्या है?

यह मेमोर एक प्रकार से high speed मेमोरी होती है जो कम्प्युटर के प्रोसेस के दौरान निर्मित होती है यह वर्तमान में प्रोसेस हो रहे डाटा इसी प्रकार निर्देशों व परिणामों को store करके रखने का कार्य करता है।

रजिस्टर मेमोरी अन्य प्रकार कि मेमोरी की तुलना सबसे तेज और सबसे कम स्टोरेज क्षमता रखता है। इसकी storage क्षमता 8bit, 16bit, 32bit, और 64bit की हो सकती है। 

यह रजिस्टर मेमोरी computer के लिए बहुत ही महत्वपुर्ण मेमोरी होती है और computer की processing इसी पर निर्भर रहति है जिस क्षमता की रजिस्टर मेमोरी लगी होती उसी आधार पर computer अधिक processing क्षमता से कार्य करती है।

2. विभिन्न प्रकार के मेमोरी रजिस्टर (Different types of Memory Register In Hindi)

  1. Data Register
  2. Program Counter (PC)
  3. Instructor Register
  4. Accumulator Register
  5. Address Register
  6. I/O Address Register
  7. I/O Buffer Register
  8. Flag Register
  9. Index Register
  10. Memory Buffer Register

1. Data Register

यह एक 16-bit रजिस्टर है, जिसका उपयोग प्रोसेसर द्वारा संचालित होने वाले operands (variables) को स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह i/o device ( Input/output device ) से प्राप्त डेटा को अस्थायी रूप से स्टोर करने का कार्य करता है |

2. Program Counter (PC)

यह 8085 माइक्रोप्रोसेसर में 16 बिट स्पेशल फंक्शन रजिस्टर है। इसे instruction pointer register के रूप में भी जाना जाता है | 

Program counter को ही Intel X86 Processor के लिए इसे पहले Instruction Pointer कहा जाता था। कुछ स्थिति में इसे Instruction address register या processor register भी कहा जाने लगा। यह एक प्रकार से hardware memory device है जो कि execution के दौरान current instruction के location को दर्शने का कार्य करती है।

यह 8085 processor के लिए एक 16 bit का स्पेशल कार्य के लिए register के रूप में use होती है। जब microprocessor के द्वारा किसी information एक्सीक्यूट किया जा रहा होता है तब  information के अगले memory address के track को रखता है।

3. Instructor Register

यह एक 16-बिट रजिस्टर है। यह उन instruction को स्टोर करता है जो मुख्य मेमोरी से प्राप्त होता है।

इसका उपयोग instruction कोड को रखने के लिए किया जाता है, जिन्हें बाद में execute किया जाना है। Control Unit, इंस्ट्रक्टर रजिस्टर से instruction लेता है, फिर उसे decodes और execute करता है।

4. Accumulator Register

यह एक 16 बिट रजिस्टर है जो सिस्टम द्वारा प्रोसेस से प्राप्त रिजल्ट को स्टोर करने का कार्य करता है | एक्युमुलेटर रजिस्टर ALU का हिस्सा है जो कि arithmetic और logical operations के लिए जिम्मेदार होता है। यह रजिस्टर प्रारंभिक डेटा, मध्यवर्ती परिणाम और साथ ही अंतिम रिजल्ट को स्टोर करके रखता है।

For Example – CPU द्वारा प्रोसेसे से प्राप्त रिजल्ट को Accumulator Register में रखा जाता है |

5. Address Register

यह register memory addressing के साथ conjunction में भी use होता है। जो पहला type होता है अर्थात MAR basically किसी भी data के memory address को तब तक store करके रखा जाता है

जब वह या तो memory से load होने का कार्य होता है या memory में store होने का कार्य होता है। ओर जबकि AR(Address Register) storage जब तक किसी डाटा की आवश्यकता होती रहती है तब तक उसके location के address को hold करके रखने का कार्य करता है।

6. I/O Address Register

इस रजिस्टर का उपयोग I / O डिवाइस का एड्रेस रखने के लिए किया जाता है |  यहाँ पर I/O का मतलब input/output डिवाइस से है |

7. I/O Buffer Register

इस रजिस्टर का उपयोग I / O मॉड्यूल और CPU के बीच डेटा का आदान-प्रदान के लिए किया जाता है |

8. Flag Register

यह रजिस्टर सीपीयू में किसी condition की विभिन्न घटनाओं की जाँच करता है | इस विशेष रजिस्टर को flag register के नाम से जाना जाता है। इस रजिस्टर का आकार एक या दो बाइट्स है क्योंकि यह केवल flag information रखता है। 

9. Index Register

Index register कंप्यूटर सीपीयू का एक अभिन्न अंग है जो प्रोग्राम के execution के दौरान मेमोरी ऑपरेंड के address को मॉडिफाई करने में मदद करता है। 

10. Memory Buffer Register

यह रजिस्टर MAR के द्वारा निर्धारित किये गए मेमोरी location की एक कॉपी रखता है। जिसे किसी डाटा को ‘read’ या ‘write’ करते time use  किया जाता है

अर्थात यह register, memory में आ रहे या मेमोरी से जा रहे data एवं instruction को store करके रखने का कार्य करता है। सामान्य भाषा में कहे तो यह मेमोरी से रिड किए गए डेटा को store करके रखता है।

रजिस्टर की आवश्यकता क्यों पड़ती है

निर्देशों के तेजी से संचालन के लिए, सीपीयू रजिस्टर अत्यधिक उपयोगी है । यह अन्य कंप्यूटर मेमोरी की तुलना में बहुत तेज है और कंप्यूटर मेमोरी पदानुक्रम के शीर्ष पर स्थित है । रजिस्टर निर्देश, पता या किसी अन्य प्रकार के छोटे डेटा को स्टोर कर सकता है । रजिस्टर सीपीयू के संचालन को कुशल और सार्थक बनाते है ।

रजिस्टर मेमोरी के लाभ (Advantages of Register Memory)

  • रजिस्टर सबसे तेज मेमोरी ब्लॉक हैं और इसलिए मुख्य मेमोरी की तुलना में निर्देशों को तेजी से निष्पादित किया जाता है ।
  • सीपीयू द्वारा रिजस्टरों की मदद से निर्देशों को अनुग्रह और सुगमता से नियंत्रित किया जाता है ।
  • आंतरिक स्टोरेज के अन्य रूपों की तुलना में कंपाइलर द्वारा रजिस्टरों को आसानी से और अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाता है ।
  • रजिस्टरों का उपयोग वेरिएबल रखने के लिए भी किया जा सकता है, जिससे मेमोरी ट्रैफिक कम हो जाता है।

रजिस्टर मेमोरी के नुकसान (Disadvantages of Register Memory)

रजिस्टर मेमोरी के निम्न नुकसान है -:

  • रजिस्टर मेमोरी साइज में छोटी होती है जिससे इसमें ज्यादा मात्रा में डेटा स्टोर नहीं किया जा सकता | 
  • यह बाकि मेमोरी की तुलना में काफी महंगा है | 
  • अगर इंस्ट्रक्शन CPU से बड़ा है तो ऑपरेशन के लिए रजिस्टर के साथ साथ कैश या मुख्य मेमोरी का उपयोग करना पड़ता है |

रजिस्टर के क्या कार्य होते है (Functions of Registers):-    

कंप्यूटर रजिस्टर के तीन महत्वपूर्ण कार्य हैं,

  • Fetching
  • Decoding
  • Execution

उयगोगकर्ता से डेटा निर्देष रजिस्टर द्वारा विशिष्ट स्थान पर एकत्र और स्टोर किए जाते हैं । निर्देशों की व्याख्या और प्रसंस्करण किया जाता है ताकि उपयोगकर्ता को वांछित आउटपूट दिया जा सके । जानकारी को पूरी तरह से संसाधित किया जाना चाहिए ताकि उपयोगकर्ता अपेक्षित परिणामों को प्राप्त कर सके और समझ सके । कार्यों को रजिस्टरों द्वारा व्याख्यायित किया जाता है और कंप्यूटर मेमोरी में स्टोर किया जाता है। जब कोई यूजर इस जानकारी के लिए पूछता है तो यूजर को दे दिया जाता है ।

Register और Memory में क्या अंतर है

रजिस्टर और मेमोरी में स्टोर होने वाले डाटा को कंप्यूटर के प्रोसेसर द्वारा सीधे एक्सेस किया जाता है जो सीपीयू की प्रोसेसिंग गति को भी बढ़ाता है। सीपीयू की प्रोसेसिंग स्पीड को रजिस्टर के बिट्स की संख्या बढ़ाकर या सीपीयू में फिजिकल रजिस्टर की संख्या बढ़ाकर भी किया जा सकता है।

मेमोरी के मामले में भी ऐसा ही है की मेमोरी कैपेसिटी को बढाकर एक सीपीयू की प्रोसेसिंग स्पीड को बढ़ा सकते है। मेमोरी को सामान्य रूप से कंप्यूटर की प्राथमिक मेमोरी में संदर्भित किया जाता है।

रजिस्टर और मेमोरी में बहुत सारी समानताओं के बावजूद रजिस्टर और मेमोरी एक दूसरे से भिन्न है अगर दोनों के बीच के मुख्य अंतर की बात करे तो यह है कि एक रजिस्टर सिर्फ उस डेटा को स्टोर करता है जो वर्तमान में सीपीयू प्रोसेसिंग कर रहा है जबकि मेमोरी में वह प्रोग्राम इंस्ट्रक्शन और डेटा स्टोर होता है जिसे प्रोग्राम को क्रियान्वित करने की आवश्यकता होती है।

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