हेल्लो दोस्तों! आज हम इस आर्टिकल में Analog Computer क्या है के बारें में पढेंगे. इसे बहुत ही आसान भाषा में लिखा गया है. इसे आप पूरा पढ़िए, यह आपको आसानी से समझ में आ जायेगा. तो चलिए शुरू करते हैं:
Analog Computer क्या है?
- Analog computer एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है जिसका उपयोग एनालॉग डेटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।
- दूसरे शब्दों में कहें तो, “एनालॉग कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसके द्वारा भौतिक मात्राओं को मापने के लिए किया जाता है। इसका इस्तेमाल electric current (विद्युत प्रवाह), frequency (तीव्रता) और resistance (प्रतिरोध) को मापने के लिए किया जाता है।”
- सरल शब्दों में कहें तो, “वह कंप्यूटर जिसके द्वारा भौतिक मात्राओं को मापा जाता है उसे एनालॉग कंप्यूटर कहते है। भौतिक मात्राएं – तापमान, दाब, गति, लंबाई और चौड़ाई आदि होती है।”
- एनालॉग डेटा वह डेटा होता जिसे फिजिकल रूप में प्रस्तुत (represent) किया जाता है और एनालॉग डेटा ऐसा डेटा होता है जो लगातार बदलता रहता है।
- एनालॉग कंप्यूटर लगातार बदलते डेटा को प्रोसेस करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए हम जिन भी चीज़ो को देखते है उनके बारे में सुनते है वह लगातार बदलती रहती है उसी को हम एनालॉग डेटा या बदलने वाला डेटा कहते है।
- एनालॉग कंप्यूटर एनालॉग सिग्नल पर काम करते है और डेटा को continuous signals में ट्रांसफर करते है।
- Analog Computer निरंतर बदलने वाले डेटा को प्रोसेस करता है जिसके कारण इसकी सटीकता (accuracy) गलत भी हो सकती है।
- इन कंप्यूटर का इस्तेमाल हम दैनिक जीवन में रेफ्रिजरेटर, स्पीडोमीटर जैसे devices में करते है। इसके अलावा इनका इस्तेमाल विमान, जहाज, पनडुब्बियों (submarines) में किया जाता है।
- 1950-1960 के दशक में पहली बार एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग किया गया था। उस समय ये कंप्यूटर काफी लोकप्रिय हुआ करते थे।
- कार में इस्तेमाल किया जाना वाला speedometer, हॉस्पिटल में इस्तेमाल किया जाने वाला thermometer और पैट्रोल पंप में इस्तेमाल किया जाने वाला Auto gasoline pump एनालॉग कंप्यूटर के उदाहरण हैं।

Analog Computer के प्रकार
इसके निम्नलिखित प्रकार है जिन्हे निचे समझाया गया है:-
1- Slide Rule (स्लाइड रूल)
स्लाइड रूल एक प्रकार का एनालॉग कंप्यूटर है जिसे 17 वी शताब्दी की शुरुआत में William Oughtred के द्वारा विकसीत (develop) किया गया था।
शुरुआती समय में इसका इस्तेमाल गुणा (multiplication) और भाग (division) के लिए किया जाता था। यह एक प्रकार का mechanical कंप्यूटर भी है जिसका उपयोग गणितीय गणना के लिए किया जाता है।
यह कंप्यूटर पूरा सटीक (accurate) परिणाम (result) नहीं बताता बल्कि यह एक अनुमानित (approximate) परिणाम बताता है।
2- Differential Analysers (विभेदक विश्लेषक)
यह एक प्रकार का एनालॉग कंप्यूटर है जिसका उपयोग अवकल समीकरण (differential equations) को हल करने के लिए किया जाता है।
इस कंप्यूटर को 1930 के दशक में Vannevar Bush और Harold Hazen के द्वारा विकसीत किया गया था।
Differential analysers कंप्यूटर का आकार अन्य कंप्यूटर की तुलना में बड़ा होता था और यह अधिक विश्वसनीय (reliable) होते थे। यह कंप्यूटर डेटा को प्रोसेस करने के लिए mechanical arrangement (यांत्रिक व्यवस्था) का उपयोग करते है।
3- The Castle Clock (महल की घड़ी)
यह एक बहुत पुरानी घड़ी है जो समय को प्रस्तुत करने के साथ अन्य कार्य करने में भी सक्षम है। इस घडी का अविष्कार 13वीं शताब्दी के पहले दशक में Ismail al-Jazari के द्वारा किया गया था।
यह घडी प्रोग्रामिंग इंस्ट्रक्शन को स्टोर कर सकती है। इस घडी को सबसे पुराना एनालॉग कंप्यूटर माना जाता है।
4- Electronic Analog Computers (इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर)
इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर वह होते है जो अपने आपको चलाने के लिए नेटवर्क के कॉम्पोनेन्ट का उपयोग करते है जैसे :- resistors, capacitors, inductors, transistor.
पुराने समय में जो इलेक्ट्रॉनिक एनालॉग कंप्यूटर हुआ करते थे उनमे vacuum tubes का उपयोग किया जाता था जिनका वजन काफी ज्यादा भारी होता था।
इन कंप्यूटर को मेन्टेन करना काफी मुश्किल होता था क्योकि इन्हे नियमित रूप से मैनेज करना पड़ता था। आज के समय में इन कंप्यूटर का इस्तेमाल कंप्यूटिंग और मिलिट्री टेक्नोलॉजी में किया जाता है।
5- Mechanical Analog Computers (मैकेनिकल एनालॉग कंप्यूटर)
मैकेनिकल एनालॉग कंप्यूटर वह कंप्यूटर होते है जिनका इस्तेमाल गुणा, भाग जैसी कैलकुलेशन के लिए किया जाता है। इन कंप्यूटर के उदहारण है :- mechanical clocks, mechanical calculators, mechanical counters आदि।
Analog computer की विशेषताएं
- इन कंप्यूटर को विशेष प्रकार के कार्यो को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- यह कंप्यूटर संख्याओं या मात्राओं (quantities) के साथ काम करते है।
- एनालॉग कंप्यूटर मैमोरी सीमित (limited) होती है।
- यह कंप्यूटर सटीक परिणाम (accurate result) नहीं दे सकता।
- इन कंप्यूटर में कोई जटील (complex) प्रक्रिया नहीं है जिसके कारण रिजल्ट तुरंत मिल जाता है।
- इनका इस्तेमाल हवा, ध्वनि, गति, तापमान आदि की निगरानी करने के लिए किया जाता है।
- Analog Computer Real Time Data को दिखाते हैं, और यह एक समय में किसी एक ही चीज़ का Input लेते हैं, और उसका Output दिखाते हैं।
- Analog Computer को कई कार्यो के लिए Desing किया गया है, क्योंकि इनका इस्तेमाल हवा, ध्वनि, गति, तापमान आदि जैसी स्थितियों को मापने के लिए किया जाता है।
- यह ज़्यादातर Electronic या Mechanical मशीन होते हैं, जो कि जोड़, घटा, गुणा, भाग आदि का काम आसानी से कर सकें।
- इनकी एक खास बात ये भी है कि Analog Computer, Digital computer के मुकाबले मे ज़्यादा सस्ते होते हैं।
Analog Computer के अनुप्रयोग
इसका इस्तेमाल निम्नलिखित जगहों में किया जाता है –
- एनालॉग कंप्यूटर का इस्तेमाल thermometer और speedometer में किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल टेलीफोन लाइन में किया जाता है।
- इसका उपयोग टेलीविजन में किया जाता है।
- यह कंप्यूटर एनालॉग डेटा को प्रोसेस करता है।
- इसका इस्तेमाल पेट्रोल पंप में किया जाता है .
- इसका इस्तेमाल वैज्ञानिक कार्यों के लिए किया जाता है।
- इसका इस्तेमाल मेडिकल क्षेत्र में किया जाता है।
- भूकंप को मापने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।
Analog Computer के फायदे
- यह तेज गति से result (परिणाम) को दिखाता है।
- इसमें बहुत सारी वैल्यू को एक साथ कैलकुलेट किया जा सकता है।
- इस कंप्यूटर में इनपुट और आउटपुट को डिजिटल रूप में बदलने के लिए किसी भी प्रकार के transducer की आवश्यकता नहीं पड़ती।
- यह तेज गति से डेटा को कैलकुलेट करता है।
- यह कम bandwidth का उपयोग करता है।
- यह डेटा में छिपी समस्या के बारे में जानकारी दे सकता है।
- दैनिक जीवन में इस्तेमाल किये जाने वाले एनालॉग कंप्यूटर बहुत सस्ते होते हैं.
- Analog Computer बहुत कम समय मे ही Output देने के लिए सक्षम होते है क्योंकि इनकी Speed अधिक होती है।
- Analog Computer Real Time Data को दिखाते हैं और इनके द्वारा आप कई महत्वपूर्ण कार्यों को कर सकते हैं।
- Analog Computer, Digital Computer के मुकाबले मे बहुत सस्ते होते हैं।
- Analog Computer Results को Output के रूप मे काफ़ि आसान तरीके से दिखाते हैं।
Analog Computer के नुकसान
- यह पूरा सही रिजल्ट नही देता है।
- यह कम विश्वसनीय (reliable) है।
- यह अधिक मात्रा में बिजली की खपत (consume) करता है।
- पुराने समय के एनालॉग कंप्यूटर का आकार बड़ा हुआ करता है जिसके कारण उन्हें मेन्टेन करना मुश्किल होता था।
- एनालॉग कंप्यूटर में डेटा स्टोर करने की क्षमता अधिक नहीं होती है।
Analog Computer के उदाहरण
- 1. Thermometer
- 2. Speedometer
- 3. Seismometer
- 4. Auto Gasoline Pump
1. Thermometer
यह एक analog Computer है जिसका इस्तेमाल हॉस्पिटल में मरीज के तापमान (temperature) को मापने के लिए किया जाता है।
थर्मामिट्र का प्रयोग बुखार मापने के लिए किया जाता है, यह बात तो आप अच्छी तरह जानते ही होंगे और आपने उसका इस्तेमाल भी किया होगा।
हमारे शरीर का तापमान भी एक एनालॉग सिग्नल ही है, इसलिए उसको मापने के लिए थर्मामिट्र को प्रयोग मे लाया जाता है।
2. Speedometer
यह एक एनालॉग कंप्यूटर है जिसका इस्तेमाल कार की स्पीड को measure (मापने) के लिए किया जाता है।
अगर हम बात करते है, Speedometer के पैमाने की तो आमतौर पर स्पीडमिटर का पैमाना किसी चलती हुई गाड़ी की स्पीड किलोमीटर प्रति घंटे के रूप में मापता है।
3. Seismometer
Seismometer Analog Computer का एक ऐसा उदाहरण है जिसे आम व्यक्ति इस्तेमाल नहीं कर सकता क्योंकि Seismometer के द्वारा भूकंप के तीव्रता यानि भूकंप की तेज़ी को मापा जाता है।
Seismometer को पृथ्वी के पास मे ही रखा जाता है, और जब भी भूकंप आता है, और पृथ्वी हिलती है, तब Seismometer में भी कम्पन शुरु हो जाता है, और भूकंप की तरंगों को एक Graph Paper पर रिकॉर्ड करता है, और उसके बाद भूकम्पविज्ञानी Seismometer का अध्ययन करने के बाद भूकंप की तीव्रता के बारे में बताते हैं।
4. Auto Gasoline Pump
यह पेट्रोल की मात्रा को कैलकुलेट करता है और इसके साथ साथ यह पेट्रोल के मूल्य को भी कैलकुलेट करता है।